यह कहानी है एक युवा उद्यमी की, जिसका नाम विक्रम था। विक्रम एक छोटे से गाँव से आया था और उसका सपना था कि वह एक दिन अपना व्यवसाय शुरू करेगा।
लेकिन उसके पास व्यवसाय शुरू करने के लिए पर्याप्त पूंजी नहीं थी और उसे व्यापार के क्षेत्र में नए आगमन की चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
विक्रम ने अपने सपने के पीछे लगे रहे और कठिनाइयों का सामना किया। उसने अपने व्यापार को कई बार बदला, प्रतिस्पर्धा के बावजूद निरंतर सीखता रहा और समस्याओं का समाधान ढूंढ़ता रहा।
विक्रम की मेहनत और समर्पण ने उसे एक दिन सफल उद्यमी बना दिया। उसका व्यवसाय अब पूरे देश में चर्चित है और उसका सपना पूरा हुआ।
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जब हम अपने सपनों के पीछे लगते हैं और कड़ी मेहनत के साथ उन्हें पूरा करने के लिए प्रयत्नशील रहते हैं, तो कुछ भी संभव है।