यह कहानी एक युवा जवान, अर्पित, की है, जो अपने देश की सेना में सेवा करने का सपना रखता था। अर्पित का नाम उसकी भावना को पूर्ण करता था, क्योंकि वह अपनी सेवा को देश के लिए अर्पित करना चाहता था।
बचपन से ही अर्पित ने सेना में सेवा करने का सपना देखा था। उसके परिवार में सेना से जुड़े कई सदस्य थे, और यह उसमें एक अलग उत्साह और उम्मीद भर देता था।
अर्पित ने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ सेना की तैयारी भी की। उसने सेना की नौकरी के लिए पूरी मेहनत की और अंत में उसे सेना में भर्ती होने का मौका मिला।
सेना में शामिल होने के बाद, अर्पित ने अपने देश के लिए समर्पित रूप से सेवा की। वह सीमा पर अपने साथियों के साथ समर्थन करता रहा और देश की सुरक्षा के लिए जोरदार प्रयास करता रहा।
अपनी सेना में सेवा करते हुए, अर्पित ने अनगिनत कठिनाईयों का सामना किया, लेकिन उसने कभी हार नहीं मानी। उसका उदाहरण देशवासियों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गया है, और उसकी सेवा को समर्पित करने का यह भावना देशवासियों में भी बढ़ा है।